कतगा शुभ दिन च आज, कतगा स्वाँणी रात
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात-2
बजण लैगे ढोल दमाऊ, बैंडो की घमकताल -2
दगड़्या नचदारों कैरी, नाची नाची कमाल -2
चांदी की पलेट मां खायी, फरफुरु भात
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात ।
कतगा शुभ दिन च आज, कतगा स्वाँणी रात
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात-2
द्युरा भोजी भीना सयाली, मजाकैका मुड़ मां -2
समधी समधन्यूँ की छुंई, लागणी छै कूँण मां-2
दीदी भूली बेटी ब्वार्युंन सजींछै बारात,
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात ।
कतगा शुभ दिन च आज, कतगा स्वाँणी रात
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात-2
कन सजींछै चौकी तिबारी, सभी गौंकी ब्वारी -२
टुकर टुकर कै दिखणी छै, ब्योली बौ हमारी - २
मेरा भी धर्यां रैगिनी ,कंदुड्यून मां हाथ
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात ।
कतगा शुभ दिन च आज, कतगा स्वाँणी रात
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात-२
ग्वाताराचार बेदी देखी, देखी च जमाला-२
राम सीता जी की जोड़ी, कन च कमाला -२
अमर राइयाँ जोड़ी तुम्हारी, सदानी कु साथ
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात ।
कतगा शुभ दिन च आज, कतगा स्वाँणी रात
समलौंणया राली सदानी,भैजी की बरात-2
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